आमूल विकास के लिये शहरी-ग्रामीण अंतराल को दूर करना जरूरी
महिला सशक्तिकरण न केवल राष्ट्रीय लक्ष्य न रहे, बल्कि वह विश्व एजेंडा बने
उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि ग्रामीण उद्यमशीलता को बढ़ाने के लिये इको-प्रणाली तैयार करना जरूरी है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे रोजगार खोजने के बजाय रोजगार का सृजन करने वाला बनें। उन्होंने भुबनेश्वर में भारतीय युवा शक्ति न्यास द्वारा आयोजित ‘ग्रामीण युवा उद्यमियों को रोजगार सृजित करने के लिए शक्ति सम्पन्न बनाना’ नामक एक सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में बेराजगारी प्रमुख चिंता का विषय है। इसके लिए जरूरी है कि युवाओं के लिए एक इको-प्रणाली विकसित की जाये, ताकि वे अपना व्यापार स्थापित करके बेरोजगारी का मुकाबला कर सकें।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत में जन-सांख्यकीय लाभ की आपार संभावना मौजूद हैं, जिसके तहत युवाओं की क्षमता का भरपूर उपयोग होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आवश्यकता है कि समुचित संरचना का विकास किया जाये, ताकि प्रौद्योगिकी-आश्रित विश्व की चुनौतियों पर सफलतापूवर्क विजय प्राप्त की जा सके।